मुनि प्रमाण सागर महाराज ने यूपी सीएम योगी अदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे के बायन का समर्थन किया
इंदौर: बंटेंगे तो कटेंगे के बायन मुनि स्वामी प्रमाण सागर महाराज ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हम बंट जाएंगे तो छंट जाएंगे। इसके साथ ही कुंभ में प्रवेश को लेकर उन्होंने कहा कि जो मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं रखते वो मंदिर में जाकर क्या करेंगे। उन्होंने समाज में एकता बनाए रखने की अपील करते हुए चेताया कि आपसी विभाजन से समाज और देश को केवल हानि होगी।
हम बंट जाएंगे तो छंट जाएंगे
इंदौर में आयोजित रथावर्तन महा महोत्सव में शामिल होने के लिए 108 मुनि प्रमाण सागर महाराज ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’का समर्थन करते हुए कहा कि ‘हम बंट जाएंगे तो छंट जाएंगे’।
मंदिर जाने की जरूरत नहीं
वहीं, कुंभ मेले में अल्पसंख्यक लोगों के प्रवेश को लेकर मुनि ने अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि जो लोग मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं करते, उनके लिए मंदिर जाना आवश्यक नहीं है। स्वामीजी के अनुसार मंदिर जाने का अर्थ केवल पूजा से नहीं है, बल्कि आस्था और श्रद्धा से है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने विश्वास और धार्मिक आस्थाओं के अनुसार आचरण करने की स्वतंत्रता है। हालांकि उनके इस बयान ने इंदौर में चर्चा का माहौल बना दिया है।
108 रथों की भव्य यात्रा निकलेगी
जानकारी के मुताबिक 15 नवंबर को इंदौर में ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है, जिसमें 108 रथों की भव्य रथ यात्रा मुनि प्रमाण सागर महाराज के सानिध्य में निकाली जाएगी। यह ऐतिहासिक आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि इसके जरिए इंदौर के नाम एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा।
सोने, चांदी और अष्ट धातु से बना है रथ
इस विशेष रथ यात्रा में सोने, चांदी और अष्ट धातु से बने रथों का उपयोग किया जाएगा। प्रत्येक रथ को खूबसूरती से सजाया गया है, और इसे धार्मिक आस्था के साथ-साथ शहर की सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रस्तुत करने का माध्यम बनाया गया है। आयोजन में लाखों भक्तों के शामिल होने की संभावना है, जो भारत के विभिन्न हिस्सों से इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए इंदौर आएंगे।
समाज में विभाजन विघटन की ओर ले जाएगा
वहीं, स्वामी प्रमाण सागर महाराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि समाज में विभाजन और असमानता का प्रसार अंततः समाज को विघटन की ओर ले जाएगा। ‘अगर हम एकजुट रहेंगे, तभी समृद्धि और विकास संभव है।