सर्दियों में कर रहे हैं हीटर का इस्तेमाल? आंखें हो सकती हैं सूखी और कमजोर…
मुंबई: सर्दियों में ठंडी हवा और घर के अंदर का हीटिंग सिस्टम ह्यूमिडिटी को कम कर देते हैं, जिससे आंखों में ड्रायनेस और इरिटेशन होती है. अगर आपकी आंखों में भी इसी तरह की परेशानी का सामने कर रहे हैं, तो चलिए आपको इसके बचने के उपाय बताते हैं…
-बता दें कि घर में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें.
-लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स या आर्टिफिशियल टीयर्स का उपयोग करके आंखों को हाइड्रेट रखें.
-हीटर और एयर ब्लोअर के सीधे संपर्क से बचें.
-स्क्रीन पर लंबे समय तक काम करते समय बार-बार पलक झपकाना याद रखें.
महत्वपूर्ण सावधानी: अगर ड्रायनेस लंबे समय तक बनी रहे, तो आई स्पेशलिस्ट से संपर्क करें क्योंकि बिना इलाज के यह समस्या गंभीर हो सकती है.
यूवी किरणों से सुरक्षा: ठंडी धूप हल्की लगती है, लेकिन बर्फ पर यूवी किरणों का परावर्तन आंखों को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है.
यूवी प्रोटेक्शन वाले सनग्लासेस जरूर पहनें, खासकर बर्फ से ढके इलाकों में.
रैपअराउंड फ्रेम्स का इस्तेमाल करें, जो हवा और साइड से आने वाली रोशनी से सुरक्षा देते हैं.
महत्वपूर्ण सावधानी: बता दें कि लंबे समय तक यूवी एक्सपोजर स्नो ब्लाइंडनेस और कैटरेक्ट जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है. हमेशा 100% यूवी प्रोटेक्शन वाले चश्मे का इस्तेमाल करें.
संक्रमण से सुरक्षा (Protection from infections): सर्दियों में सर्दी और फ्लू के कारण वायरल कंजंक्टिवाइटिस (पिंक आई) और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
टिप्स: अपने हाथ बार-बार धोएं और कीटाणुओं के फैलाव को रोकें.
सर्दियों के दौरान आंखों को छूने से बचें, खासकर जब सर्दी या फ्लू हो.
कॉन्टैक्ट लेंस को ध्यान से साफ करें और संक्रमण के दौरान उनका उपयोग न करें.