जरा हट के

अद्भुत है कटहल का यह पेड़, सर्दी में भी आ रहे फल

सुल्तानपुर: कटहल का फल ज्यादातर गर्मी के मौसम में देखने को मिलता है लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं सुल्तानपुर के एक ऐसे पेड़ के बारे में जो कई वर्ष पुराना है और जिसमें सर्दी के मौसम में भी कटहल के फल लगे हुए हैं. इस पेड़ की अद्भुत खासियत को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. यह कटहल का पेड़ सुल्तानपुर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है. इस पेड़ की देखभाल करने वाले प्रवीण कुमार उपाध्याय कई तरह की वैज्ञानिक और रोचक खेती करते हैं. इसके पहले उन्होंने 6 फीट लौकी उगाकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया था.

इस प्रजाति का है पेड़
लोकल 18 से बातचीत के दौरान किसान प्रवीण कुमार उपाध्याय ने बताया कि वैसे तो कटहल का फल अक्सर गर्मी के मौसम में मिलता है लेकिन उनके द्वारा लगाया गया यह कटहल का पेड़ अद्भुत है क्योंकि इस पेड़ में सर्दी के मौसम में भी कटहल के फल लगे हैं. उन्होंने कटहल का यह पौधा साल 2019 में डेढ़ सौ रुपए में मेरठ से खरीद कर लाया था जो वियतनाम सुपर अर्ली प्रजाति का था. पहले तो इसे ट्रायल के तौर पर लगाया था लेकिन इसके पांचवें उसे वर्ष इसमें 12 महीने फल आने शुरू हो गए जिसकी वजह से इसे बारहमासी कटहल का पेड़ कहा जाने लगा.

इतनी फिट ऊंचाई है इस पेड़ की
किसान प्रवीण कुमार उपाध्याय ने बताया कि इस पेड़ की ऊंचाई 15 से 20 फिट है. इसमें अक्टूबर माह में फल आने शुरू हो जाते हैं जो नवंबर दिसंबर में अपना पूरा आकर ले लेते हैं. एक पेड़ में लगभग डेढ़ सौ से 200 कटहल के फल की पैदावार हो जाती है.

पढ़े लिखे हैं किसान प्रवीण उपाध्याय
सुल्तानपुर के रामनगर पूरे हरदास गांव निवासी प्रवीण उपाध्याय काफी पढ़े लिखे किसान हैं. उन्होंने एमएससी एजी और एंटोमोलॉजी विषय से पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई की है. प्रवीण को बचपन से ही खेती करने का शौक था. उन्होंने अगस्त महीने में आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से लौकी का यह बीज लाया था.

Show More

Daily Live Chhattisgarh

Daily Live CG यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, बिजनेस, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button