विधानसभा में विधायकों की कुर्सियां खा गए दीमक !
कांगड़ा. अगर सही से और समय पर चीजों का रखरखाव न किया जाए तो उनके खराब होने की संभावना निश्चित ही बढ़ जाती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी यानी कि धर्मशाला. यहां विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित किया जा रहा है. धर्मशाला के तपोवन स्थित इस विधानसभा भवन के अंदर रखे लकड़ी के सामानों में दीमक लग गई है. आज से लगभग 18 वर्ष पहले सात करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विधानसभा भवन के फर्नीचर को दीमक लग गए. दीमक की यह समस्या बढ़ती जा रही है.
दीमक ने खासकर विधानसभा के उन फर्नीचरों को ज्यादा नुकसान पहुंचाया है, जहां पर सदन की कार्रवाई चलती है. सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों के बैठने वाली जगह पर कुर्सी और टेबल को दीमक सफाचट कर रहे हैं. इस समस्या से निजात पाने के लिए चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के विशेषज्ञों की राय भी ली जा रही है
धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में 18 से 21 दिसंबर तक शीतकालीन सत्र चलेगा. बीते दिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने विधानसभा भवन में जिला के तमाम विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की. बैठक में सत्र की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश भी दिए हैं. विधानसभा भवन के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि यहां फर्नीचर को दीमक लग गए हैं. इसके चलते जिस कुर्सी-टेबल को दीमक ने नुकसान पहुंचाया है, उसकी शीघ्र मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए हैं. दीमक नमी में पनपते हैं. लकड़ी को दीमक लगने का मुख्य कारण लकड़ी में मौजूद सेल्यूलोज होता है, जो दीमक का मुख्य आहार होता है. सेल्यूलोज, लकड़ी और घास जैसे पौधों में पाया जाने वाला एक कार्बनिक फाइबर है.
इस विषय को लेकर जिला के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि तपोवन स्थित विधानसभा भवन के फर्नीचर में लगी दीमक की समस्या के समाधान के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं. शीतकालीन सत्र शुरू होने से पूर्व तमाम तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी