आरएसएस का शताब्दी वर्ष, मोहन भागवत 27 से 31 दिसंबर तक छत्तीसगढ़ दौरे पर
रायपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को 2025 में सौ साल पूरे होने जा रहे हैं. इस शताब्दी वर्ष में आरएसएस देशभर में विभिन्न कार्यक्रम करेगा. इस शताब्दी वर्ष में किस तरह के कार्यक्रम होने हैं, इसको लेकर लगातार सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का देश के विभिन्न राज्यों का दौरा चल रहा है. इसी कड़ी में मोहन भागवत छत्तीसगढ़ दौरे पर भी आने वाले हैं. मोहन भागवत 27 से 31 दिसंबर तक छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे.
मोहन भागवत का छत्तीसगढ़ दौरा: मोहन भागवत छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान अलग अलग सत्र में कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संगठन को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे. शताब्दी वर्ष में आरएसएस का बड़ा फोकस पंच परिवर्तन पर है. छत्तीसगढ़ में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठनात्मक विषयों और शताब्दी वर्ष पर चलने वाले कार्यक्रमों पर मोहन भागवत संगठन के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे.
पंच परिवर्तन क्या है: संघ अपने शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन के लिए काम करेगा. पंच परिवर्तन में सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व आधारित जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य के साथ ही महर्षि दयानंद सरस्वती, भगवान बिरसा मुंडा, अहिल्या देवी होलकर, रानी दुर्गावती और अनुकूल चंद ठाकुर के सत्संग अभियानों पर भी चर्चा होगी.
संघ की बैठक में ये रहेगा खास: संघचालक डॉ. भागवत विषय आधारित विभिन्न बैठकों में संगठनात्मक कार्यों की चर्चा करेंगे. सरसंघचालक की इन बैठकों में कार्य विस्तार के साथ कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के गुणात्मक विकास पर विशेष रूप से चर्चा होगी.
भागवत का दौरा है खास: संघ ने शताब्दी वर्ष में प्रत्येक गांव और शहरी क्षेत्र तक शाखा के माध्यम से पहुंचने का लक्ष्य रखा है. सरसंघचालक का प्रवास छत्तीसगढ़ में संघ कार्य को सर्वव्यापी और सर्वस्पर्शी बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है.