बच्चा चुराने वाले साइकोपैथ को पुलिस ने दबोचा, चोरी की वजह सुनकर चौंक जाएंगे आप
नीमच: जिले की सिंगोली पुलिस ने एक ऐसे साइकोपैथ को गिरफ्तार किया है जो बच्चों को चोरी करने के मामले में कुख्यात था। आरोपी भागचंद उर्फ भग्गा नशा करने का आदी था और नशे के लिए रुपये जुटाने के लिए बच्चों को चोरी कर बेचता था।
मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में जिला एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि रतनगढ़ थाना क्षेत्र के गांव डाबी के रहने वाले 34 साल के भागचंद्र उर्फ भग्गा पिता दूधा भील नाम के आरोपी ने पिछले कुछ महीनों में दो बच्चों को चोरी करने की कोशिश की थी, जिन्हें पुलिस ने समय रहते बचा लिया था। उसने चोरी किए गए बच्चों को राजस्थान में बेचने की कोशिश की थी।
10 साल की सजा काट चुका है आरोपी
पुलिस ने आरोपी के घर से चोरी की गई कई सामग्री भी बरामद की है। भागचंद पर पहले से भी बच्चा चोरी के कई मामले दर्ज हैं। उसके ऊपर राजस्थान और मध्य प्रदेश मिलाकर कुल 9 मामले दर्ज हैं। वह इस अपराध में 10 साल की सजा काट चुका है। इसके अलावा उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित अन्य अपराधों के भी मामले दर्ज हैं।
22 दिन में 2 बच्चों को चुराने की कोशिश
आरोपी भागचंद्र उर्फ भग्गा ने 22 दिन के भीतर 2 बच्चों को चुराने की कोशिश की। दोनों ही बार रतनगढ़ पुलिस ने बच्चों को बचा लिया। पहले मामले में आरोपी ने 7 सितंबर को रतनगढ़ थाना क्षेत्र के गांव लुहारिया चुंडावत से 6 साल के बच्चे को चुराया था। पुलिस ने 6 घंटों के भीतर बच्चे को ढूंढ निकाला। दूसरे मामले में 3 साल की लड़की को चुराया था। इस मामले में रतनगढ़ पुलिस ने 4 घंटे में उसे ढूंढ निकाला।
साइकोपैथ क्या होता है?
साइकोपैथ एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसका व्यवहार सामाजिक मानदंडों के अनुसार सही नहीं होता। वे अक्सर हिंसक होते हैं और उन्हें दूसरों को नुकसान पहुंचाने में कोई संकोच नहीं होता। नशा करने से इनकी स्थिति और भी खराब हो जाती है।