घर में खुशहाली और समृद्धि लाने इस तरह से करें तुलसी पूजा
खरमास का महीना चल रहा है और यह 15 दिसंबर को शुरु हुआ था। खरमास के दौरान मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाात है। लेकिन पूजा-पाठ से जुड़े सभी नियमों का पालन करना चाहिए। इस दौरान पूजा-पाठ संबंधित नियमों का पालन करना पड़ता है अन्यथा ग्रह दोष लग जाता है। अगर आप खरमास में तुलसी की पूजा करते हैं, तो इन नियमों का पालन करना भी जरुरी है। आइए आपको बताते हैं खरमास के दौरान तुलसी पूजा कैसे करें।
धार्मिक ग्रंथ और मान्यता के अनुसार, खरमास के महीने में तुलसी पूजा नहीं होती क्योंकि तुलसी को खरमास के दौरान स्पर्श करना वर्जित माना जाता है। बिना स्पर्श किए तुलसी पूजा करना संभव ही नहीं है। ऐसे में, धार्मिक शास्त्रों में बताया है कि, किसी के घर में कोई अनुष्ठान होता है तो इसके लिए तुलसी पूजन जरुरी है तो आप तुलसी माता की पूजा कैसे कर सकते हैं।
– आप एक तांबे का बर्तन लें, चाहे आप तो पीतल का बर्तन ले सकते हैं। फिर आप बर्तन में तुलसी को बिना छुए उस गमले की मिट्टी थोड़ी से निकाल लें। इसके बाद आप उस मिट्टी से छोटी सी प्रतिमा बनाकर, उसके बाद उस पर गंगाजल और दूध डालें। अब इसमें गंगाजल और दूध से उस मिट्टी को आटे की तरह मथ ले और उस पर हल्दी की 5 गांठे रख दीजिए।
– अब उसी मथी हुई मिट्टी को सूती लाल रंग के कपड़ें में लपेट लें उस पर कलावा को 3 बार लपेटें और फिर पोटली को घर की पूर्व दिशा में बांध दें।
– फिर आप तुलसी के पौध के सामने खड़े होकर तुलसी चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही आप तुलसी स्तोत्र पढ़ें और अपने हवन-अनुष्ठान आदि को संपन्न करें। जब आप भोग निकलते है तो तुलसी माता के हिस्से का भोग गाय को खिला सकते हैं।