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एक्ट्रेस ही नहीं, एक उम्दा फिल्ममेकर भी हैं पल्लवी जोशी,
नई दिल्ली: निर्माता के रूप में पल्लवी जोशी ने लगातार प्रभावशाली फिल्में दी हैं. उनकी प्रोजेक्ट समाज में बदलाव लाने के उद्देश्य से बोल्ड और साहसी कहानियां प्रस्तुत करती हैं. प्रकाश से दूर रहते हुए भी, वह भारतीय सिनेमा को अपने गहन और प्रेरक दृष्टिकोण से समृद्ध कर रही हैं. जैसे-जैसे यह वर्ष समाप्त हो रहा है, आइए उन पलों को याद करें जब पल्लवी जोशी ने एक निर्माता के रूप में सिनेमा को नई दिशा दी.
- आरोहण:पल्लवी जोशी ने भारतीय टेलीविज़न सीरीज़ आरोहण को लिखा और प्रोड्यूस किया, जो 1996-1997 के दौरान डीडी नेशनल पर प्रसारित हुआ. आरोहण एक काल्पनिक परिदृश्य में सेट है, जहां महिलाएँ भारतीय नौसेना में कैडेट के रूप में शामिल होती हैं. इस शो के माध्यम से, पल्लवी ने महिला सशक्तिकरण का विषय उठाया, क्योंकि उस समय भारतीय नौसेना में महिलाओं को युद्ध बलों में शामिल होने की अनुमति नहीं थी.
- द कश्मीर फाइल्स:यह फिल्म 1990 में कश्मीरी हिंदुओं के भारतीय प्रशासित कश्मीर से पलायन पर केंद्रित है. फिल्म उन घटनाओं को नरसंहार के रूप में प्रस्तुत करती है, जिसे विद्वानों के बीच बहस का विषय माना गया. पल्लवी जोशी के समर्थन से इस फिल्म ने उस मौन को तोड़ा, जिसने इन तथ्यों को दबा रखा था. इस हार्दिक कहानी ने राष्ट्र को झकझोर कर रख दिया और उन सच्चाइयों को सामने लाया जो पहले कभी उजागर नहीं हुई थीं.
- द ताशकंद फाइल्स:द ताशकंद फाइल्स में पल्लवी जोशी ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी मृत्यु को उजागर किया. जहां यह विषय कई षड्यंत्रों का केंद्र रहा है, फिल्म ने इस मुद्दे पर गहन प्रकाश डाला. फिल्म में पल्लवी जोशी की भूमिका और उत्कृष्ट कलाकारों के प्रदर्शन ने इसे एक स्लीपर हिट बना दिया. इस फिल्म को दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले.
- बुद्धा इन ए ट्रैफिक जैम:यह फिल्म अकादमिक क्षेत्र, भ्रष्टाचार और माओवाद के जटिल संबंधों पर आधारित है. बुद्धा इन ए ट्रैफिक जैम के माध्यम से पल्लवी जोशी ने एक जटिल लेकिन रचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया. उनकी अदाकारी और फिल्म का संदेश दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ने में सफल रहा.
- द दिल्ली फाइल्स: साहसी कहानियों की अपनी विरासत को जारी रखते हुए, पल्लवी जोशी द दिल्ली फाइल्स लेकर आ रही हैं. यह फिल्म 1940 के दशक में लिए गए राजनीतिक निर्णयों और विशेष रूप से बंगाल द्वारा झेली गई पीड़ा को दर्शाती है. गहन शोध पर आधारित इस फिल्म का निर्माण चल रहा है और यह 15 अगस्त 2025 को रिलीज होने वाली है.