Narendra Modi Family: किसी की कबाड़ की दुकान, कोई चलाता है वृद्धाश्रम, जानें PM मोदी के ‘असली परिवार’ में है कौन-कौन
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने रविवार को पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘अपना परिवार’ न होने को लेकर कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा था कि मोदी क्या है? मोदी कोई चीज नहीं है। मोदी के पास तो परिवार ही नहीं है। जिसके बाद पीएम मोदी ने रविवार को तेलंगाना में एक रैली के दौरान लालू प्रसाद यादव की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा था, ‘मेरा भारत, मेरा परिवार’। प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी के बाद कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर अपने नाम के साथ ‘मोदी का परिवार’ जोड़ दिया। पीएम मोदी के परिवार की इस चर्चा के बीच आइए जानते हैं प्रधानमंत्री के परिवार में कौन-कौन हैं और वो क्या कर रही हैं?प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदरदास मूलचंद मोदी ने हीरा बेन से शादी की थी। दोनों की 6 संतानें हुईं।पीएम मोदी उनमें से तीसरे नंबर पर हैं। दामोदरदास और हीरा बेन की बाकी संतानों में सोमभाई, अमृतभाई, प्रह्लादभाई, वासंतीबेन और पंकजभाई हैं। वासंतीबेन पीएम मोदी की इकलौती बहन हैं। पीएम मोदी के पिता चाय की दुकान चलाते थे।
सबसे बड़े भाई सोमभाई मोदी
प्रधानमंत्री मोदी के सबसे बड़े भाई सोमभाई मोदी हैं। वह गुजरात के वडनगर में एक वृद्धाश्रम चलाते हैं। वडनगर मोदी परिवार का पैतृक गांव है। सोमभाई कई सालों से पीएम मोदी से मिले नहीं हैं, बातचीत भी फोन पर ही होती है।
पीएम मोदी के एक और बड़े भाई अमृतभाई मोदी अहमदाबाद में अपने बेटे संजय, बहू और दो पोतों के साथ रहते हैं। वो एक प्राइवेट कंपनी से रिटायर हो चुके हैं। अमृतभाई जब नौकरी करते थे तब उनकी सैलरी 10 हजार रुपये महीने से भी कम थी। संजय घर के पास ही स्पेयर पार्ट्स की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। इसी से उनके परिवार का खर्च चलता है। संजय का परिवार कहता है कि वह अभी तक प्लेन के अंदर नहीं बैठे हैं। उनका परिवार पीएम मोदी से केवल दो बार ही मिला है- एक बार 2003 में जब मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने अपने गांधीनगर स्थित घर पर एक पारिवारिक समारोह की मेजबानी की थी और फिर मई 2014 में।
पीएम के सबसे छोटे भाई पंकजभाई मोदी गुजरात सूचना विभाग में अफसर हैं। पंकजभाई नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कई बार उनसे मिल चुके हैं क्योंकि उनकी मां हीराबा पंकजभाई के साथ ही रहती थीं। नरेंद्र मोदी की इकलौती बहन वासंतीबेन हैं। वासंतीबेन ने हंसमुख भाई से शादी की थी। हंसमुख भाई एलआईसी में थे। उनके चचेरे भाई भरतभाई मोदी वडनगर से 60 किलोमीटर दूर एक पेट्रोल पंप पर काम करते हैं।
परिवार के कुछ सदस्य पीएम मोदी के सबसे छोटे भाई प्रह्लाद मोदी से दूरी बनाए रखते हैं। वह एक दुकान के मालिक और गुजरात राज्य उचित मूल्य स्वामी संघ के अध्यक्ष हैं। जब प्रह्लाद मुख्यमंत्री थे तब वे पीडीएस प्रणाली में पारदर्शिता के लिए अपने बड़े भाई के अभियान के मुखर आलोचक थे और दुकान मालिकों पर ‘छापा राज’ के खिलाफ सार्वजनिक प्रदर्शन करते थे
क्या करते हैं प्रधानमंत्री के चचेरे भाई?
पीएम के एक और चचेरे भाई अशोकभाई वडनगर के घीकांता बाजार में पतंग, पटाखे और स्नैक्स बेचते हैं। उनकी एक छोटी सी दुकान है जिसका महीने का किराया 1500 रुपये है।पत्नी वीणा के साथ वह स्थानीय जैन व्यापारियों द्वारा गरीबों के लिए चलाए जा रहे फूड आउटलेट में काम करके 3,000 रुपये और कमाते हैं। अशोकभाई खिचड़ी और कढ़ी बनाते हैं और उनकी पत्नी आउटलेट पर बर्तन धोती हैं। अशोक भाई और भरत भाई के एक और भाई अरविंद भाई की कबाड़ की दुकान है। इससे उन्हें महीने के 6 से 7 हजार रुपये की कमाई हो जाती है।