चोरी से बचाने वाली माता रानी का चमत्कारी मंदिर, यहां पूरी होंगी आपकी सभी मनोकामनाएं
दौसा. दौसा जिले अपने धार्मिक स्थल और उनसे जुड़ी मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध हैं. हम आज आपको एक ऐसी कहानी बता रहे हैं जहां पहले माता रानी आवाज दिया करती थी और आवाज देते-देते अचानक ऐसा चमत्कार हुआ की अब वहां पूजा होने लगी है. बहरावंडा में मंदिर के नए भवन के निर्माण के साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है.
चोर आने पर माता रानी लगाती थी आवाज
पुजारी कांजी बताते हैं कि जब गांव में चोर चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए आते थे तो पहले ही माता रानी आवाज लगा देती थी. इससे गांव में चोरी होने का कोई डर नहीं हुआ करता था. पहले यह माता जी बहुत ही चमत्कारी हुआ करती थी और गांव की सीमा में चोरों के प्रवेश करते ही आवाज लगा देने से लोग सर्तक हो जाया करते थे.
चोरों ने माता की मूर्ति को कुएं में डाला
पुजारी कांजी बताते हैं कि जब पहले गांव में चोर प्रवेश कर जाते थे तो माता रानी आवाज लगाती थीं. लेकिन एक दिन चोरों ने माता की मूर्ति को ही उखाड़ कर कुएं में डाल दिया. इसके बाद से माताजी का आवाज देना बंद हो गया और उसके बाद से माता जी की पीठ की पूजा होने लगी. आज भी माता जी की मंदिर में पीठ की ही पूजा होती है.
भक्तों ने करवाया मंदिर निर्माण
लोगों ने मुताबिक पहले यह मंदिर बहुत छोटा सा हुआ करता था लेकिन माता के चमत्कार के कारण मंदिर का भी विकास हुआ है. माता ने अनेक श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण की है. इससे खुश होकर श्रद्धालुओं के द्वारा मंदिर का निर्माण करवाया गया है. अलवर जिले के एक परिवार की मनोकामना पूर्ण होने पर उसी परिवार के द्वारा इस मंदिर का निर्माण करवाया गया है.
बहरावंडा माता मंदिर में दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु
स्थानीय निवासी मिट्ठू सैनी सहित अन्य लोगों ने बताया कि मंदिर आकार जो भी श्रद्धालु अपनी अंतरात्मा से मनोकामना करता है तो माताजी उन्हें पूर्ण करती हैं. इसके चलते अब माता के मंदिर पर दूर-दूर से श्रद्धालु भी पहुंचते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं. कुछ ही दिनों में माता के आशीर्वाद से उनका काम बनने लगता है जिसके चलते माता की महिमा भी बढ़ती जा रही है.