इस गांव रात में घर से बाहर नहीं निकलते लोग! 25 लोग हो चुके हैं शिकार
उत्तर 24 परगना: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के एक गांव में सांपों का डर इस कदर बढ़ गया है कि अब लोग शाम होते ही अपने घरों से बाहर नहीं निकलते. पूरे गांव में सांपों का डर इस कदर छाया हुआ है कि ऐसा लगता है जैसे पूरा गांव सांपों का घर बन चुका हो! पिछले कुछ दिनों में गांव के लगभग 20-25 लोग सांपों के काटे जा चुके हैं. वहीं, 21वीं सदी में भी गांव में कई लोग आधुनिक दवाइयों से मुंह मोड़कर अंधविश्वास पर विश्वास करते हैं. इस बीच, तंत्र-मंत्र करने वाले ओझा भी अपनी संख्या बढ़ा रहे हैं, जो गांववालों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं.
घटना का स्थान और स्थिति
बता दें कि हालांकि पहले की तुलना में कुछ बदलाव जरूर आए हैं, लेकिन हालात अब भी अच्छे नहीं हैं. यह घटना उत्तर 24 परगना जिले के मटिया पुलिस स्टेशन के अंतर्गत कचुआ ग्राम पंचायत के गोबिला क्षेत्र में हुई. पिछले साल, मानसून के बाद सांप के काटने से तीन लोग, जिनमें एक बच्चा भी था, की मौत हो गई थी. इस साल, एक और व्यक्ति की मौत सांप के काटने से हो चुकी है. यहां के लोग समय-समय पर जहरीले सांपों को देखते रहते हैं. 20 से 25 लोग अब तक सांप के काटे जा चुके हैं.
गांववाले क्या महसूस कर रहे हैं?
गोबिला गांव के लोग शाम होते ही घरों से बाहर निकलने में डर महसूस करते हैं. इस डर ने पूरे गांव को आतंकित कर दिया है. लोग सांप के डर से अपना रोज़मर्रा का जीवन सही से नहीं जी पा रहे हैं. कई सांप पहले ही पकड़कर वन विभाग को सौंपे जा चुके हैं. अब गांववालों का मुख्य उद्देश्य सांप के डर को खत्म करना और सामान्य जीवन की ओर लौटना है.
गांववालों का कहना है कि सांप के डर से वे रात में घरों से बाहर नहीं निकल पाते. इसलिए, उन्होंने सड़कों पर स्ट्रीट लाइट्स लगाने की मांग की है. इस घटना की रिपोर्ट बसीरहाट ब्लॉक 2 पंचायत समिति के खाद्य अधिकारी बुलबुल इस्लाम (Food Officer Bulbul Islam) ने दी, जिन्होंने बताया कि लोगों में इलाज के लिए अस्पताल जाने के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा, वन विभाग से लगातार संपर्क किया जा रहा है. कुछ दिनों में सड़क पर लगे बिजली के खंभों पर लाइट्स लगाई जाएंगी.
गांववाले अब इस समस्या का हल निकलने का इंतजार कर रहे हैं. उनका सवाल यह है कि आखिरकार कब तक लोग इस सांप के डर से बाहर निकल पाएंगे और सामान्य जीवन की ओर लौटेंगे.