मां के दूध से लेकर कंगारू केयर तक! सर्दियों में बच्चों को स्वस्थ रखने के 5 शानदार टिप्स
ठंड का मौसम आते ही बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है, क्योंकि इस मौसम में कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. खासकर बच्चों के लिए ये समय और भी चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि सर्दी, खांसी से लेकर निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. ऐसे में वो कौन से जरूरी उपाय हैं जो बच्चों को ठंड में सुरक्षित रख सकते हैं? आइए जानें.
नवजात को ठंड से बचाने के लिए मां को बच्चे को अपनी त्वचा से सटाकर रखना चाहिए. ये “कंगारू मदर केयर” की तरह है, जहां चमड़ी की गर्मी बच्चे को ठंड से बचाने में मदद करती है. इससे बच्चे को धूप में ले जाने की जरूरत भी नहीं होती और ठंड के जोखिम से बचाव होता है.
पलामू जिले के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ० गौरव विशाल ने लोकल18 को बताया की, नवजात शिशु के लिए 6 महीने तक सिर्फ मां का दूध ही पिलाएं. मां का दूध बच्चे के शरीर में एंटीबॉडी विकसित करता है, जो बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है. ये ठंड में सर्दी, खांसी और निमोनिया जैसे संक्रमण से बचाने में मदद करता है.
पाउडर दूध या गाय का दूध देने की गलती न करें. मां का दूध पोषण का सबसे अच्छा स्रोत है और ये पाउडर दूध से कहीं अधिक फायदेमंद होता है. मां का दूध बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाता है और ठंड के मौसम में खास तौर पर इसे प्राथमिकता देनी चाहिए.
मां को अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर भोजन शामिल करना चाहिए. मां का स्वस्थ आहार सीधे तौर पर दूध की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, जिससे बच्चे को जरूरी पोषण मिलता है. ठंडे और तैलीय खाने से परहेज करें और गर्म एवं पौष्टिक भोजन लें.
ठंड में अक्सर माता-पिता बच्चे को ज्यादा कपड़े पहनाकर गर्म रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं होता. बच्चे को मां के शरीर की गर्मी सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाती है. चमड़ी से चमड़ी के संपर्क में रखने से बच्चे का शरीर प्राकृतिक रूप से गर्म रहता है.