कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF जवान कुलविंदर कौर के समर्थन में उतरे हरियाणा के किसान, करेंगे सम्मानित
जींद: उचाना उपमंडल कार्यालय में चल रहे किसानों के धरने पर शुक्रवार को मीटिंग हुई, जिसमें सभी की सहमति से फैसला लिया गया कि बीजेपी सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ कांस्टेबल कुलविंद्र कौर को सम्मानित किया जाएगा। यह मीटिंग धरना संयोजक आजाद पालवां की अध्यक्षता में हुई। पालवां ने कहा कि कुलविंद्र कौर के थप्पड़ की गूंज पूरी दुनिया में गई है। इस घटना के बाद भी कंगना रनौत आतंकवाद के संबंध में बयान दे रही है, जबकि देश के अंदर पूरी शांति है। आज भी उनकी जुबान पर कंट्रोल नहीं है। कुलविंद्र कौर की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना, किसी के मां-बाप को गाली देना सही नहीं।
पालवां ने कहा कि वे कुलविंद्र कौर के पक्ष में खड़े हैं, उनको सैल्यूट भी करते हैं। उन्होंने बदजुबान राजनेता को सबक सिखाया है। राजनेताओं ने अपनी जुबान पर कंट्रोल नहीं किया तो देश में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। किसानों को आंदोलन के दौरान आतंकवादी, माओवादी, अलगाववादी पता नहीं क्या-क्या कहा गया। हमने फैसला लिया है कि कुलविंद्र कौर जैसे ही जेल से रिहा होकर आएगी, उसे उचाना के धरनास्थल पर बुलाकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कानून से बाहर आकर इस बेटी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की गई तो सहन नहीं किया जाएगा।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा उन प्रमुख संगठनों में से है, जिन्होंने कहा कि वे सीआईएसएफ आरोपी महिला कांस्टेबल के साथ खड़े हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कंगना के रुख को लेकर उनसे नाराज दिखाई देने वाली कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। हवाई अड्डों पर सुरक्षा प्रदान करने का काम करने वाली सीआईएसएफ ने भी घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया है।
इंसाफ मार्च निकालेंगे किसान
एसकेएम (गैर-राजनीतिक) नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल और किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि वे मामले की उचित जांच के लिए पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव से मिलेंगे। डल्लेवाल ने पंधेर और कुछ अन्य किसान नेताओं के साथ यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम उचित जांच की मांग करेंगे और हम उनसे कहेंगे कि महिला कांस्टेबल के साथ कोई अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में कांस्टेबल के साथ कोई अन्याय न हो इसकी मांग को लेकर हम नौ जून को मोहाली में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक एक ‘इंसाफ मार्च’ निकालेंगे।