टेक्नोलॉजी को न माने बोझ, उसका सही से करें उपयोग
मेरठ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को शहर के सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूलों में छात्र-छात्राओं को लाइव प्रसारण दिखाया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे से नहीं बल्कि खुद से कंप्टीशन करें। शिक्षकों को अपना काम केवल नौकरी के रूप में नहीं लेना चाहिए बल्कि उन्हें इसे छात्रों के जीवन को सशक्त बनाने के साधन के रूप में भी लेना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ माता-पिता अपने बच्चों के रिपोर्ट कार्ड को अपना विजिटिंग कार्ड मानते हैं, यह अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी को बोझ न माने उसका सही से उपयोग करें। सेंट जोंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों को एलईडी स्क्रीन पर लाइव सम्मिलित किया गया। प्रधानाचार्य डाॅ. शिमोना जैन मौजूद रही। वेस्ट एंड रोड स्थित मेरठ पब्लिक स्कूल फॉर गर्ल्स ने एक शिक्षाप्रद सत्र आयोजित किया। जिसमें राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी मुख्य अतिथि रहे। लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रहकर परीक्षाओं की तैयारी करने का सुझाव दिया। प्रधानाचार्य रचना शर्मा मौजूद रही। एमपीजीएस शास्त्रीनगर में मुख्य अतिथि ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर मौजूद रहे। प्रधानाचार्य सपना आहूजा ने बुके भेंट कर स्वागत किया। केएल स्कूल में छात्रों को सातवां संस्करण दिखाया गया। प्रधानमंत्री ने छात्रों को तनाव मुक्त रहने के टिप्स दिए। राधा गोविंद के छात्रों ने भी सीधा प्रसारण देखा। स्कूल प्रधानाचार्य संगीता कश्यप ने छात्रों को प्रोत्साहित किया। सिटी वोकेशनल स्कूल के छात्रों ने भी कार्यक्रम को लाइव देखा। गार्गी स्कूल की छात्राओं को भी लाइव प्रसारण दिखाया गया।
आर्मी पब्लिक स्कूल के दो प्रोजेक्ट परीक्षा पे चर्चा के दौरान आयोजित होने वाली प्रदर्शनी के लिए चयनित हुए थे। एक प्रोजेक्ट का नाम अग्नि सुरक्षा था और दूसरा ब्राइट ओ क्लाॅक। प्रदर्शनी को देखते समय पीएम को स्कूल छात्रा आस्था और अनन्या ने जानकारी दी। आस्था ने उन्होंने लगभग एक से दो मिनट तक वार्ता भी की। दूसरा प्रोजैक्ट ब्राइट ओ क्लॉक है, जो आसपास के क्षेत्र में स्ट्रीटलाइट्स की तीव्रता को समायोजित करके बिजली के संरक्षण पर केंद्रित है।