“कांग्रेस एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने की कोशिश कर रही” पीएम मोदी का कांग्रेस पर निशाना
ब्यूरो चीफ
नई दिल्ली, 6 फ़रवरी 2024|संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए सोमवार (5 फरवरी) को अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
पीएम मोदी ने परिवारवाद की राजनीति के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा और परोक्ष रूप से राहुल गांधी पर यह कहते हुए तंज कसा कि एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस को नुकसान हुआ है.
क्या कुछ बोले पीएम मोदी?
लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ”मैं हमेशा चाहता हूं कि देश को एक स्वस्थ, अच्छे विपक्ष की बहुत जरूरत है. देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है, उसका खामियाजा खुद कांग्रेस ने भी उठाया है.” उन्होंने तंज कसा, ”अधीर बाबू की हालत हम देख रहे हैं. वरना ये समय था संसद में रहने का, लेकिन परिवारवाद की सेवा तो करनी पड़ती है.
पीएम मोदी ने कहा, ”अब हालत देखिए, हमारे खरगे जी इस सदन से उस सदन शिफ्ट हो गए और गुलाम नबी जी तो पार्टी से ही शिफ्ट कर गए. ये सब परिवारवाद की भेंट चढ़ गए. एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान में ताला लगने की नौबत आ गई है…”
उन्होंने कहा, ”दुकान हम नहीं कह रहे हैं, आप लोग कह रहे हैं. आप लोग कहते हैं कि दुकान खोलिए. सब जगह पर खोलते हैं. दुकान को ताला लगने की नौबत आ गई है.”
पीएम मोदी ने समझाई ‘परिवारवाद की परिभाषा’
पीएम मोदी ने कहा, ”यहां हमारे दादा अपनी आदत छोड़ नहीं पाते हैं, वहां से बैठे-बैठे कमेंट कर रहे परिवारवाद की. मैं जरा समझा देता हूं आज. माफ करना अध्यक्ष महोदय, मैं जरा समय ले रहा हूं आज. हम किस परिवारवाद की चर्चा कर रहे हैं? अगर किसी परिवार में अपने बलबूते पर जन समर्थन से एक से अधिक अनेक लोग अगर राजनीतिक क्षेत्र में भी प्रगति करते हैं, उसको हमने कभी परिवारवाद नहीं कहा है.”
पीएम ने कहा, ”हम परिवारवाद की चर्चा वो करते हैं जो पार्टी परिवार चलाता है, जो पार्टी परिवार के लोगों को प्राथमिकता देती है. पार्टी के सारे निर्णय परिवार के लोग ही करते हैं वो परिवारवाद है. न राजनाथ जी की कोई पॉलिटिकल पार्टी है, न अमित शाह की कोई पॉलिटिकल पार्टी है और इसलिए जहां एक परिवार को पार्टियां लिखी जाती है वो लोकतंत्र में उचित नहीं है.”
उन्होंने कहा, ”देश के लोकतंत्र के लिए परिवारवादी राजनीति, पारिवारिक पार्टियों की राजनीति, ये हम सबकी चिंता का विषय होना चाहिए.”
और क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”किसी परिवार के दो लोग अगर प्रगति करते हैं, उसको तो मैं स्वागत करूंगा, 10 लोग प्रगति करें, मैं स्वागत करूंगा. देश में जितनी नई पीढ़ी अच्छे लोग आएं, स्वागत योग्य है. सवाल ये है कि परिवार ही पार्टियां चलाती हैं. पक्का है, ये अध्यक्ष नहीं होगा तो इसका बेटा होगा, ये नहीं होगा तो उसका बेटा होगा. ये लोकतंत्र का खतरा है. इसलिए अच्छा हुआ दादा थैक्यू, ये विषय कभी बोलता नहीं था, आज बोल दिया मैंने.