ब्लैक कॉफी या मिल्क कॉफी… दोनों में से कौन फायदेमंद?
जब भी कोई कैफीन ड्रिंक की बात आती है तो लोग कॉफी को पीना सबसे अधिक पसंद करते हैं. यह दुनिया के सबसे पसंदीदा पदार्थों में से एक है. लोग इसे हॉट और कोल्ड दोनों तरीके से पीना पसंद करते हैं. ज्यादातर लोग ब्लैक कॉफी को पीना पसंद करते हैं, क्योंकि यह आपके एनर्जी को बूस्ट करता है. आइए जानते हैं कि ब्लैक कॉफी बेहतर है या दूध वाली?
ब्लैक कॉफी और मिल्क कॉफी के बीच का सबसे बड़ा अंतर है सामग्री का. ब्लैक कॉफी को केवल पिसी हुई कॉफी बीन्स को पानी में डाला जाता है. इसमें कोई दूध, क्रीम या चीनी नहीं होती है, इसलिए यह कैलोरी फ्री होती है. यह उनलोगों के लिए अच्छी है जो कॉफी का हार्ड टेस्ट लेना चाहते हैं और इसमें कोई मिलावट नहीं पसंद करते हैं. दूसरी ओर, दूध वाली कॉफी में दूध, क्रीम या अन्य डेयरी पदार्थ शामिल होते हैं और इसी वजह से कॉफी का रियल टेस्ट यानी इसकी कड़वाहट खत्म हो जाती है. इसमें चीनी को भी मिलाया जाता है, जिस वजह से यह कैलोरी युक्त हो जाती है.
ब्लैक कॉफी के फायदे
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लैक कॉफी एंटीऑक्सीडेंट का एक पावरहाउस है और इसमें लगभग कोई कैलोरी नहीं होती है. हेल्थ के प्रति सजग रहने वालों के लिए यह एक अच्छा ड्रिंक है. ब्लैक कॉफी के बारे में कहा जाता है कि यह आपके फोकस को बढ़ाता है और आपको ऊर्जावान रखता है. दूध वाली कॉफी की तुलना में इसमें कैफीन की मात्रा अधिक होती है. इसके अलावा यह आपके वेट लॉस में भी मदद करता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, एक दिन में 300-400 मिलीग्राम कैफीन (यानी 3-4 कप ब्लैक कॉफी) का सेवन सुरक्षित है. यह ब्लैक और मिल्क कॉफी दोनों के लिए है.
मिल्क कॉफी के फायदे
ब्लैक कॉफी की तुलना में दूध वाली कॉफी पेट के हेल्थ के लिए आसान है, क्योंकि दूध एसिड को बैलेंस करता है. यह कैल्शियम, प्रोटीन और महत्वपूर्ण विटामिनों को एक और बढ़ावा देता है, जो इसे एक हेल्दी ड्रिंक बनाता है. कॉफी में दूध एक नैचुरल स्वीट टेस्ट को ऐड करता है. मिल्क कॉफी में प्रोटीन होने के वजह से यह मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है.