अरुणाचल में तीसरी बार भी भाजपा सरकार, सिक्किम में सत्तारूढ़ एसकेएम को कामयाबी
नई दिल्ली। एक्जिट पोल के बाद गदगद दिख रही भाजपा को अगली सुबह यानी रविवार को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश में लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी करते हुए रविवार को 60 सदस्यीय विधानसभा में 46 सीट जीतकर भारी बहुमत हासिल किया। कांग्रेस महज एक सीट पर सिमट गई।
उधर, सिक्किम में जनता ने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग उर्फ गोले के प्रति अपार स्नेह जताते हुए उनकी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) को 32 में से 31 सीटों पर जीत दिलाई। तमांग लगातार दूसरी बार सिक्किम के मुख्यमंत्री बनेंगे।
भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश में 2019 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा का वोट प्रतिशत 54.57 रहा। उधर, सिक्किम में विधानसभा की 32 सीटों में से 31 पर तामांग की पार्टी एसकेएम को जीत मिली। एसकेएम की आंधी में पवन चामलिंग के सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एस़डीएफ) के सपने धराशाही हो गए और उनका साथ दे रहे पूर्व फुटबालर बाइचुंग भूटिया को भी लगातार छठी हार का सामना करना पड़ा।
सिक्किम में भाजपा की झोली खाली
उनकी पार्टी के एक मात्र उम्मीदवार तेंजिल लाम्था ने स्यारी विधानसभा सीट पर 1314 मतों से विजय हासिल की है। राज्य में अकेले चुनाव लड़ रही भाजपा की झोली खाली रह गई। कभी रिकॉर्ड समय तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे पवन चामलिंग दो सीटों नामची के पोकलोक कामरांग और पाक्योंग के नामचेबुं से चुनाव लड़े थे और कहीं भी नहीं जीत पाए। तमांग की पार्टी ने पिछली बार 17 सीटें जीती थीं।