NDA की बैठक से अजित की दूरी, गैरमौजूदगी की वजह…
मुंबई/नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की दिल्ली में बैठक हुई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे। बैठक में शिवसेना नेता और केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव मौजूद थे। उन्होंने इस बैठक में एकनाथ शिंदे की शिवसेना का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि बैठक से अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी से कोई नहीं आया। एनसीपी नेताओं की बैठक में गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बन गई है।
अजित पवार की दूरी
दरअसल जेपी नड्डा के घर पर हुई एनडीए की बैठक में एनसीपी का एक भी नेता मौजूद नहीं था। उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार इस समय मुंबई में हैं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष सुनीत तटकरे प्रस्तावित कार्यों के चलते अपने लोकसभा क्षेत्र में हैं। कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल विदेश गए हुए हैं। ये ही दो नेता हैं जो एनडीए या दिल्ली की अहम बैठकों में अजित पवार के साथ जाते हैं। अगर अजित पवार अनुपस्थित रहते हैं तो इन दोनों नेताओं में से एक मौजूद रहता है। लेकिन तटकरे और पटेल आज की बैठक से नदारद रहे।
बैठक में कौन पहुंचा?
बैठक में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी, जनता दल के एचडी कुमारस्वामी, जनसुराज शक्ति पार्टी प्रमुख विनय कोरे पहुंचे। बैठक में जहां एनडीए दलों के लगभग सभी प्रमुख नेता मौजूद थे, वहीं एनसीपी नेता अनुपस्थिति थे।
आंबेडकर पर भी बात
संसद के शीतकालीन सत्र में बाबा साहब आंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह का बयान काफी चर्चित रहा। उस पर विरोधियों ने शाह की आलोचना की थी। इसके बाद यह विषय पूरे देश में चर्चा में आ गया। इसलिए एनडीए की बैठक में इस पर चर्चा हुई है। बीजेपी के महत्वाकांक्षी विषय एक देश, एक चुनाव पर भी चर्चा होने की बात सामने आई है।
अगले साल होने वाले चुनावों पर चर्चाअगले साल दिल्ली और बिहार में विधानसभा चुनाव होंगे। एनडीए ये चुनाव मिलकर लड़ने की तैयारी में है। केंद्र में एनडीए सरकार बने हुए 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं। उस पृष्ठभूमि में एनडीए की बैठक अहम है। इस बैठक के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि एनडीए मजबूत है।