यह चश्मा लगाने के बाद नहीं पड़ेगी फोन को हाथ लगाने की जरूरत…
नई दिल्ली. फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचाने को तैयार है. कंपनी अब अपने रे-बैन स्मार्ट ग्लासेस के अपग्रेडेड वर्जन को पेश करने वाली है. इन नए ग्लासेस में ऑन-लेंस डिस्प्ले होगा, जो यूजर्स को उनकी आंखों के ठीक सामने मैसेज, डायरेक्शन और डिजिटल ओवरले दिखाने में सक्षम होगा. यह स्मार्ट डिवाइस न सिर्फ तस्वीरें और वीडियो कैप्चर करेगा, बल्कि रोजमर्रा के वो सारे काम करेगा, जो एक स्मार्टफोन करता है. यानी इस चश्मा को पहनने के बाद आपको अपने मोबाइल को हाथ लगाने की भी जरूरत नहीं होगी.
यह कदम मेटा को एप्पल और गूगल जैसे दिग्गजों के साथ सीधी टक्कर में लाता है, जो ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) की दुनिया में अपनी जगह पक्की करने की दौड़ में हैं. रे-बैन के साथ मिलकर मेटा पहले ही बाजार में स्मार्ट ग्लासेज उतार चुका है. रे-बैन मेटा अब तक के सबसे सफल स्मार्ट ग्लासेस रहे हैं, जो सामान्य धूप के चश्मों की तरह दिखते हैं और उपयोगकर्ता को सुविधाजनक फीचर्स मुहैया कराते हैं. अभी तक, इनके एआई फीचर्स और नोटिफिकेशन स्पीकर्स के जरिए सुनाए जाते हैं. लेकिन नए रे-बैन स्मार्अ ग्लासेज में एक डिस्प्ले भी होगा, जो इसकी उपयोगिता को बढा देगा.
अगले साल होगा लॉन्च
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये स्मार्ट ग्लास 2025 में लॉन्च हो सकता है. यह स्लीक डिजाइन, बेहतर बैटरी लाइफ और हाई-क्वालिटी कैमरा से लैस होगा. मेटा इसके लिए रे-बैन की पैरेंट कंपनी EssilorLuxottica के साथ साझेदारी की है और थर्ड-पार्टी डेवलपर्स को भी जोड़ने की योजना बना रहा है, जो इन ग्लासेस के लिए कस्टम ऐप्स बना सकें. सीईओ मार्क जुकरबर्ग स्मार्ट ग्लोसज को अगली पीढ़ी का कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म मानते हैं. मेटा के ऐपल, गूगल और स्नैप जैसे प्रतिद्वंद्वी भी इसी दिशा में अपने प्रोडक्ट्स विकसित कर रहे हैं.
ऑगमेंटेड रियलिटी पर फोकस
मेटा की इस घोषणा से साफ है कि AR उसकी लॉन्ग-टर्म स्ट्रैटेजी का अहम हिस्सा है. स्टाइल, फंक्शनैलिटी और कनेक्टिविटी का परफेक्ट कॉम्बिनेशन पेश करते हुए मेटा एक ऐसा प्रोडक्ट बनाना चाहता है, जो हमारी दुनिया को देखने का नजरिया बदल दे. अब देखना यह है कि मेटा का यह बोल्ड मूव टेक्नोलॉजी की इस रेस में कितना आगे निकलता है.