CDS बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रेश में बड़ा खुलासा,एयरक्रू की गलती से हुआ था हादसा
नई दिल्ली: साल 2021 में हेलीकॉप्टर क्रेश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई थी। यह हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर के पास पहाड़ों में हुआ था। इसमें उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 12 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे से जुड़ी एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पुष्टि हुई है कि दुर्घटना पायलट की गलती से हुई थी।
रिपोर्ट में क्या?
रक्षा संबंधी स्थायी समिति की एक रिपोर्ट हाल ही में लोकसभा में पेश की गई। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना ‘ह्यूमन एरर (एयरक्रू)’ के कारण हुई थी। यानी रिपोर्ट में साफ-साफ है कि पायलट की गलती की वजह से यह हादसा हुआ। समिति ने 2017 से 2022 के बीच हुए कुल 34 IAF हादसों की जांच की। इनमें से 9 हादसे 2021-22 में हुए थे।
शुरुआती रिपोर्ट में थी ये बात
जांच दल ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट में कहा था, “घाटी में मौसम के अचानक बदलने से हेलीकॉप्टर बादलों में चला गया था। इससे पायलट को दिशा का अंदाजा नहीं रहा। इस वजह से ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन’ हुआ।” दूसरे शब्दों में पायलट को पता ही नहीं चला कि हेलीकॉप्टर जमीन से टकराने वाला है। जांच दल ने फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का विश्लेषण किया था। सभी गवाहों से पूछताछ के बाद दुर्घटना का सबसे संभावित कारण पता लगाया गया था।
कैसे हुआ था हादसा?
8 दिसंबर 2021 को जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 12 अन्य सशस्त्र बल कर्मी तमिलनाडु के कोयंबटूर के सुलूर एयरफोर्स बेस से वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। वे Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर में सवार थे। लैंडिंग से कुछ मिनट पहले ही हेलीकॉप्टर पहाड़ियों से टकरा गया। इस दुर्घटना में सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत हो गई थी। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, शौर्य चक्र विजेता, इस हादसे में अकेले बच गए थे। लेकिन एक हफ्ते बाद इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।