12 वीं के छात्र ने स्कूल में प्रिंसिपल को मारी गोली, मौके पर मौत
छतरपुर : छतरपुर जिले में धमोरा के शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल को एक छात्र ने गोली मार दी। जहां 55 वर्षीय प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना के सिर में गोली लगने से मौत हो गई। मौके पर ASP विक्रम सिंह, CSP अमन मिश्रा सहित ओरछा रोड पुलिस पहुंची है। वहीं हत्या के 2 घंटे के भीतर ही आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नाबालिग है और 12वीं कक्षा का छात्र है। मौके पर ASP विक्रम सिंह, CSP अमन मिश्रा सहित ओरछा रोड पुलिस पहुंची है।
जानकारी के मुताबिक मामला जिले के समीपस्थ धमौरा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल का है जहां बाथरूम में घटना को अंजाम दिया गया और वारदात के बाद आरोपी छात्र मौके से भाग निकले भागने के लिए उन्होंने प्रिंसिपल की स्कूटी का ही स्तेमाल किया है। हालांकि पुलिस मौके पर मौजूद है और हत्या के क्या कारण रहे इसका अभी तक पता नहीं चल सका है। वहीं पता चला है कि आरोपी समीपस्थ ढिलापुर गांव का ही रहने वाले है।
मामले में छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया कि दोनों छात्रों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। अभी FSL और पुलिस की टीम जांच कर रही है। स्टॉफ और अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। आरोपियों का पूर्व का रिकॉर्ड भी निकलवा रहे हैं। स्कूटी मौके से लापता है, संभवतः वही लेकर आरोपी गए हैं, आसपास के फुटेज देखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में और भी क्लू निकलकर आए हैं और उनकी सत्यता की जांच की जा रही है।
12वीं के छात्र पर संदेह…
उसी स्कूल में पदस्थ टीचर हरिशंकर जोशी ने बताया कि मैं साक्षरता अभियान के सर्वे में गया हुआ था। वहां से लौटते समय मुझे स्टूडेंट्स घर जाते दिखे। मैंने उनसे पूछा कि छुट्टी क्यों कर दी गई, तो उन्होंने बताया कि किसी ने प्रिंसिपल को गोली मार दी। मैंने तत्काल 100 डायल और 108 को कॉल किया, साहब का किसी से कोई विवाद नहीं था। बहुत अच्छे व्यक्ति थे अभी जिस पर संदेह है वह 12वीं क्लास में पढ़ता है और वह बहुत अनुशासनहीन है, साहब ने उसके पिता को कई बार बुलाकर उनसे उसकी शिकायत की थी।
वहीं प्रिंसिपल के छोटे भाई राजेंद्र सक्सेना का आरोप है कि यह हत्या प्लानिंग के तहत की गई है। मेरे भाई इस स्कूल में करीब 4-5 साल से पदस्थ हैं, लेकिन कुछ लोग उनको प्रताड़ित करते थे और उन पर गलत काम करने का दवाब डालते थे।
आरोप हैं कि स्कूल का गेट हमेशा बंद रहता है। लेकिन इस गेट को आज खुला रखा गया था, ऐसे में कोई भी आ जा सकता था और ऐसा ही हुआ आरोपी आया और वारदात को अंजाम देकर भाग निकला, जिससे जिससे कि मुझे लगता है कि यह पूर्व प्लान और सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है। आरोप है कि स्कूल/स्टाफ का कोई व्यक्ति साजिश में शामिल हो सकता है।
मामले में आरोपी ने पहले मेरे भाई को मारा फिर उनके ऑफिस में आया और स्कूटी की चाबी तलाशी, हेलमेट और टिफिन को फेंका, कुर्सी को तोड़ने का प्रयास किया। इसके बाद आरोपी आराम से स्कूटर लेकर चले गए। और यह कैसे मुमकिन है कि स्कूल में क्लास चल रही हैं, टीचर यहां पर मौजूद हैं और किसी ने घटना होते हुए नहीं देखी यह तो संभव है नहीं। जिससे मुझे पूरा शक है कि स्कूल का कोई व्यक्ति इस साजिश में शामिल है। मैं चाहता हूं कि पुलिस प्रशासन कड़ाई से पूछताछ करे और जो भी शामिल हों उन्हें सजा दे।