खुशखबरी, मनोज बाजपेयी 22 साल बाद राम गोपाल वर्मा के साथ करेंगे काम
मनोज बाजपेयी और राम गोपाल वर्मा की जोड़ी ने 1998 में ‘सत्या’ जैसी क्लासिक कल्ट सुपरहिट दी। फिल्म में भीकू म्हात्रे का किरदार भले ही हीरो नहीं था, लेकिन इसने मनोज बाजपेयी को ना सिर्फ कर्मशियल सिनेमा में पॉपुलैरिटी दी, बल्कि यह उनके करियर का सबसे बड़ा फिल्मी किरदार भी बन गया। इसके बाद दोनों की इस सुपरहिट जोड़ी ने 1999 में ‘शूल’ और ‘कौन’, फिर 2002 में ‘रोड’ जैसी लीक से हटकर बेहतरीन फिल्मों से हमारा परिचय करवाया। अब 22 साल बाद मनोज बाजपेयी और राम गोपाल वर्मा फिर से साथ काम करने वाले हैं।
गुरुवार को ‘आइडिया एक्सचेंज’ इवेंट में मनोज बाजपेयी ने इसको लेकर खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वह अपनी अगली फिल्म के लिए ‘सत्या’ के डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा के साथ फिर से जुड़ेंगे। डायरेक्टर कुछ समय से ब्रेक पर थे। हिंदी में उनकी पिछली मेनस्ट्रीम फिल्म 2021 में ‘डी कंपनी’ रिलीज हुई थी। हालांकि, 2022 में उन्होंने ‘लड़की: ड्रैगन गर्ल’ नाम से भी एक फिल्म बनाई थी।
मनोज बाजपेयी ने कहा, ‘अच्छी खबर यह है कि वो मेरे साथ अपनी अगली फिल्म बनाने जा रहे हैं। हम इसके लिए समय निकालने और तारीख तय करने में जुटे हुए हैं। ऐसा नहीं है कि वह वह रडार से बाहर हो गए हैं। वह बस एक लंबा ब्रेक ले रहे थे। वह आराम कर रहे थे। वैसे, जिस तरह से वह आराम कर रहे थे, हम सभी उनसे ईर्ष्या होती थी।’
मनोज से पूछा गया कि क्या ‘सत्या’ में उनके किरदार भीकू म्हात्रे ने उन्हें करियर में आगे बढ़ने से रोका या फिर उनके दूसरे रोल्स को प्रभावित किया?इस पर उन्होंने कहा, ‘ऐसा हो सकता था, अगर मैंने अलग-अलग रोल और जॉनर करके एक अलग रास्ता नहीं अपनाया होता। उस तरह की सफलता या पहचान के साथ, किसी भी अभिनेता के लिए किरदार या इमेज से बाहर आना आसान नहीं होता।’
मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, ‘सत्या की रिलीज के तीन साल बाद तक, मैं सिर्फ भीकू म्हात्रे के नाम से जाना जाता था। ‘शूल’, ‘कौन’ और ‘जुबैदा’ जैसी फिल्मों के बाद ही लोगों ने मुझे भीखू म्हात्रे के किरदार से अलग देखना शुरू किया। ऐसा इसलिए भी हुआ कि मैंने लगातार अलग-अलग तरह की फिल्मों और उस कैरेक्टर से बिल्कुल उलट रोल्स की तलाश की। मेरी किस्मत से, वे सभी भूमिकाएं काफी यादगार बन गईं।’
एक्टर ने आगे पूछा गया कि क्या वह अब अगर मौका मिलता, तो वह भीकू म्हात्रे के किरदार को कुछ अलग तरीके से निभाते? इस पर उन्होंने कहा, ‘शायद, क्राफ्ट के से ऐसा हो सकता था। लेकिन, उस उम्र में भीकू म्हात्रे को उस तरह की ऊर्जा की जरूरत थी। मैं अब ऐसा नहीं कर पाता। तब मेरे अंदर एक अलग तरह की ऊर्जा थी, जो अब मेरे पास नहीं है।’
मनोज बाजपेयी ने चुटकी भी ली। उन्होंने कहा, ‘अब ज्यादातर समय मेरी हड्डियां टूटती रहती हैं। मैं इधर-उधर कूदते समय हमेशा बहुत सावधान रहता हूं। हर उम्र की अपनी खूबसूरती होती है।’
वर्कफ्रंट की बात करें, तो मनोज बाजपेयी आगे फिल्म ‘डिस्पैच’ में नजर आएंगे। यह फिल्म 13 दिसंबर को OTT प्लेटफॉर्म ZEE5 पर स्ट्रीम होगी। फिल्म में मनोज एक खोजी पत्रकार की भूमिका में है, जो देश में 8000 करोड़ के 2G घोटाले का पर्दाफाश करने में जुटा हुआ है।