पतले होने के चक्कर में मोटे ना हो जाएं … बढ़ता प्रदूषण बन सकता है मोटापे का कारण
दिल्ली-एनसीआर में हवा की क्वालिटी को बेहद खराब यानी Very Poor दर्ज की गई है. पूरे दिल्ली-NCR में धुंध की एक पतली परत छाई रही. खराब एयर क्वालिटी से सांस और हार्ट ही नहीं मोटापा बढ़ने की भी समस्या तेजी से बढ़ सकती है. डॉक्टरों ने बताया है कि यह हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकता है. जो लोग अपना वजन कम करने के लिए बाहर दौड़ने के लिए जा रहे हैं, इसका कोई मतलब नहीं है. आइए जानते हैं हेल्थ एक्सपर्ट से…
क्लाउडनाइन अस्पताल की वरिष्ठ सलाहकार और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शैली शर्मा ने बताया कि “वायु प्रदूषण मेटाबॉलिक सिस्टम को बिगाड़ते हैं. जिसका सीधा असर हार्मोंस पर पड़ता है. इससे वजन बढ़ सकता है. जिससे आप मोटापे के शिकार हो सकते हैं.” शैली शर्मा ने कहा, ”वायु प्रदूषण से पैसिव बिहेवियर में वृद्धि हो सकती है क्योंकि इससे खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं, जो शारीरिक गतिविधियों को बाधित कर सकते हैं और वजन बढ़ा सकते हैं. यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी बढ़ाता है जिससे मोटापा बढ़ता है.”
हाल के स्टडीज में यह बात सामने आई है कि वायु प्रदूषण में मौजूद PM, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड के संपर्क में रहने से सिस्टमिक इन्फ्लेमेशन और मेटाबॉलिज्म संबंधी गड़बड़ी हो सकती है, जो वजन बढ़ने का मुख्य कारण है. जुलाई में बीएमसी पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित एक विश्लेषण में पाया गया कि वायु प्रदूषण फैट टिश्यू में सूजन को प्रभावित करके, ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाकर और आहार संबंधी आदतों को बदलकर मेटाबॉलिक सिस्टम को प्रभावित कर सकता है.
बता दें कि दिल्ली के सात इलाकों में, AQI का स्तर 400 से ऊपर और 450 के बीच रहा. आनंद विहार में एक्यूआई 410, बवाना में 411, जहांगीरपुरी में 426, मुंडका में 402, नेहरू नगर में 410, शादीपुर में 402 और वजीरपुर में 413 रहा. AQI 400 से ऊपर होना “गंभीर वायु गुणवत्ता” की श्रेणी में आता है.