अडानी मुद्दे को लेकर संसद सत्र से पहले फिर कांग्रेस ने बनाया माहौल, हंगामा होना तय
नई दिल्ली: उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिका में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगा है। अडानी पर आरोप हैं कि उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट और फंडिंग हासिल करने लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत दी और यह बात उन्होंने अमेरिकी निवेशकों से छिपाई। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद भारत में राजनीति तेज हो गई है। सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद सत्र में इस मुद्दे को लेकर हंगामा होने के आसार हैं। इसके संकेत लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दे दिए। वहीं बीजेपी ने इस घटनाक्रम के समय पर सवाल उठाया और कहा कि ये सब संसद सत्र से ठीक पहले ही क्यों हुआ?
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने अडानी के खिलाफ लगे आरोपों को लेकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। राहुल ने दावा किया किया कि गौतम अडानी की गिरफ्तारी नहीं होगी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनके साथ मिले हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी को संरक्षण दे रहे है और अडानी के साथ अपराध में संलिप्त हैं। मामले की जांच होने पर आखिर में प्रधानमंत्री का नाम सामने आएगा। उन्होंने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष जेपीसी के गठन के लिए मांग जारी रखेगा।
बीजेपी ने किया कांग्रेस के आरोपों का पलटवार
इस मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया। बीजेपी का कहना है कि इस रिपोर्ट में जिन राज्यों का जिक्र है उन सभी राज्यों में उस समय विपक्षी दलों का शासन था। बीजेपी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटनाक्रम के समय पर भी सवाल उठाया, क्योंकि यह संसद का सत्र शुरू होने और अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने से ठीक पहले हुआ है। मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस जॉर्ज सोरोस और उनके गुट के हाथों का मोहरा बनने को तैयार है।
संसद में विपक्ष का हंगामा अब आम बात बन गई है। मॉनसून सत्र में भी विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया। विपक्ष कभी मणिपुर को लेकर तो कभी अडाणी को लेकर हंगामा करता रहा है। वहीं संसद सत्र से ठीक पहले अडाणी पर लगे आरोप को भी विपक्ष सरकार के खिलाफ आड़े हाथ लेगा। पीएम मोदी ने कहा था कि हर संसद सत्र से पहले विपक्ष माहौल बनाता है। उन्होंने मॉनसून सत्र से पहले कहा था कि भारत को एक जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत है, लोग नारे नहीं, बहस चाहते हैं, परिश्रम चाहते हैं, नाटक और संसद में अशांति नहीं।
लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष फ्रंटफुट पर आ गया था। संसद से लेकर सड़क तक विपक्षी दल सरकार को घेर रहे थे। वजह थी बीजेपी को अपने दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिलना। लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी फिर फ्रंटफुट पर आ गई। हरियाणा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला। जम्मू-कश्मीर चुनाव में भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद हाल ही में हुए महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के एग्जिट पोल्स में भी बीजेपी सरकार बनती दिख रही है। ऐसे में विपक्ष के पास सरकार को घेरने का मुद्दा चुनाव तो नहीं हो सकता। लेकिन अडाणी पर लगे आरोप जरूर विपक्ष के लिए एक मौका है, जिसे वो सदन में भुनाने की कोशिश करेगा।