दुश्मनों के छक्के छुड़ाने लैंड अटैक क्रूज मिसाइल से लेकर जोरावर टैंक तक…
नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन- DRDO ने मंगलवार को पहली बार मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से लंबी दूरी की लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (LRLACM) का सफल उड़ान परीक्षण किया। ओडिशा के चांदीपुर केंद्र से हुए इस टेस्ट में क्रूज मिसाइल ने उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन किया और अपने टारगेट को पाने में कामयाब रही। इस मिसाइल को लंबी दूरी में स्थित जमीन पर आधारित लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसी के साथ भारत के डिफेंस सिस्टम की ताकत और बढ़ गई है। इस साल भारत में और भी कई मिसाइल और टैंक का सफल परीक्षण हुआ है। आज हम इन्हीं मिसाइलों की सफलता की कहानी बता रहे हैं।
1. अग्नि-5 मिसाइल
11 मार्च 2024 को भारत ने अपनी लंबी दूरी की अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल को MIRV तकनीक से लैस किया गया है, जो एक साथ कई टारगेट पर वार करने की क्षमता प्रदान करती है। यह परीक्षण भारत की बढ़ती रणनीतिक और तकनीकी शक्ति को दर्शाता है।
2. नई एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल
हाल ही में भारत ने 1,000 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली लंबी दूरी की एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने की योजना बनाई है, जिससे दुश्मन के युद्धपोतों और विमान वाहकों को निशाना बनाया जा सकेगा। इस नई मिसाइल से भारत की समुद्री सुरक्षा में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी।
3. अग्नि-4 मिसाइल
अग्नि-4 मिसाइल भारत द्वारा डेवलेप एक इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) है, जो 4,000 किलोमीटर तक की दूरी तक टारगेट भेदने में सक्षम है। यह मिसाइल एक टन तक परमाणु और पारंपरिक हथियार ले जा सकती है। मिसाइल का मुख्य उद्देश्य भारत की सामरिक रक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करना और देश की रक्षा क्षमता में इजाफा करना है। भारत में अग्नि-4 मिसाइल का सफल परीक्षण 6 सितंबर 2024 को ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से किया गया था।
4. जोरावर टैंक
जोरावर टैंक भारत द्वारा विकसित एक हल्का और बहुमुखी टैंक है, जिसे भारतीय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह टैंक विशेष रूप से ऊंचाई वाले और कठिन पर्वतीय क्षेत्रों में संचालन के लिए उपयुक्त है। इसकी हल्की बनावट इसे कठिन इलाके में भी तेज गति और गतिशीलता प्रदान करती है। जोरावर टैंक को चीन की सीमा के निकटवर्ती क्षेत्रों में सेना की क्षमताओं को मजबूत करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है, जो इसे भारत की रक्षा रणनीति में महत्वपूर्ण बनाता है। भारत में जोरावर टैंक का सफल परीक्षण 13 सितंबर 2024 को राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में किया गया था।
5. एंटी-टैंक मिसाइल
एंटी-टैंक मिसाइल दुश्मन के टैंकों और बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए डिजाइन की गई हैं। ये मिसाइलें हल्के वजन, उच्च मारक क्षमता और सटीकता के लिए बनाई जाती हैं, जिससे ये कठिन क्षेत्रों और रात के समय में भी प्रभावी होती हैं। एंटी-टैंक मिसाइलों का उपयोग भारतीय सेना की आधुनिक युद्ध आवश्यकताओं को पूरा करने और सीमाओं की रक्षा को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। भारत ने 13 अगस्त 2024 को राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में स्वदेशी रूप से विकसित मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (MP-ATGM) का सफल परीक्षण किया।-अनुभव शाक्य