अडानी से फंड लेने में गलत क्या? तेलंगाना सीएम
नई दिल्ली: कांग्रेस नेताओं को अक्सर अडानी समूह की आलोचना करते हुए देखा जाता है, लेकिन तेलंगाना के सीएम ए रेवंत रेड्डी ने हाल ही में कुछ ऐसा कर दिया जो काफी हैरान कर देना वाला है। दरअसल हाल ही में अडानी समूह ने तेलंगाना में एक स्किल यूनिवर्सिटी के लिए 100 करोड़ रुपये का दान दिया है। इस दान को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक प्रचार अभियान के दौरान इस मामले पर अपना पक्ष रखा है।
राहुल गांधी के अडानी समूह की आलोचना के बावजूद, रेड्डी ने तेलंगाना में अडानी समूह के साथ अपने सरकार के संबंधों का बचाव किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी से निवेश स्वीकार कर रहे हैं, अगर हम भी तेलंगाना के विकास के लिए अडानी से धन स्वीकार करते हैं तो इसमें कुछ गलत नही है। तेलंगाना के सीएम ए रेवंत रेड्डी ये बयान उस वक्त दिया, जब वो चुनाव प्रचार के दौरान कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ मंच साझा कर रहे थे।
इस दौरान बीजेपी के कांग्रेस के कर्ज के बोझ में दबे होने के आरोपों पर भी रेड्डी और सुक्खू ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कि अगर कांग्रेस गरीबों के लिए योजनाएं लाती है तो BJP को आपत्ति क्यों है? उन्होंने याद दिलाया कि NDA सरकार ने पहले ही बड़े उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ़ किया है। कांग्रेस नेताओं ने BJP पर कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारों द्वारा गारंटी पूरी न करने का झूठ फैलाने का आरोप लगाया। सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में सरकार बनते ही सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी गई।
चुनाव प्रचार के दौरान रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस सरकार ने 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया है, जिससे 22 लाख किसानों को फायदा हुआ है।तेलंगाना में पिछले 10 महीनों में 50,000 नौकरियां भी दी गई हैं। मुफ्त बस यात्रा के लिए 3,400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और महिलाओं को आर्थिक मदद देने वाली महालक्ष्मी योजना के लिए 20,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।