‘सिटाडेल: हनी बनी’
वरुण धवन और सामंथा रुथ प्रभु की ‘सिटाडेल हनी बनी’ रुसो ब्रदर्स की ‘सिटाडेल’ का इंडियन स्पिन-ऑफ है। हमने साल 2023 में रुसो ब्रदर्स की ‘सिटाडेल’ देखी थी। इसमें रिचर्ड मैडेन और प्रियंका चोपड़ा जोनस लीड रोल में थे। इसके बाद 2024 में इसका इटैलियन स्पिन-ऑफ ‘सिटाडेल: डायना’ आई। अब बारी इंडियन स्पिन-ऑफ की है। कहानी इन दोनों ही पिछली सीरीज से पहले की है। एक स्टंटमैन और एक स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस है। दोनों जासूसी और धोखे के एक बड़े जाल में उलझ जाते हैं। वो अपनी बेटी को अपने खतरनाक अतीत और इस कारण खौफनाक वर्तमान से बचाना चाहते हैं।
स्टंटमैन राही उर्फ बनी (वरुण धवन) अपनी दोस्त और स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस हनी (सामंथा) को एक मिशन के लिए भर्ती करता है। दोनों को एक हाई-टेक गैजेट निकालना है और एक खतरनाक प्रोजेक्ट को रोकना है। लेकिन इस मिशन पर प्रोटोकॉल टूट जाते हैं, वफादारी पर सवाल उठते हैं और यहां से मिशन भरदम एक्शन और साजिश की दुनिया में एंट्री होती है।
यह वेब सीरीज रहस्यमयी सिंडिकेट के शुरुआती दिनों की कहानी कहती है। यह सिंडिकेट जासूसी एजेंसी, सिटाडेल को तबाह करना चाहता है। यह कहानी हमें एजेंट नाडिया (काश्वी मजमुंदर) के शुरुआती दिनों में भी ले जाती है, जिसका किरदार आगे चलकर कहानी में प्रियंका चोपड़ा जोनस निभाती हैं।
राइटर-डायरेक्टर राज और डीके ने शानदार फाइट कोरियोग्राफी के साथ एक ऐसा जासूसी थ्रिलर तैयार किया है, जो दर्शकों को बांधे रखता है। एक्शन सीक्वेंस कहानी की तेज गति को बनाए रखते हैं। लेकिन इनके बिना कहानी अक्सर अपनी चमक खो देती है। ‘सिटाडेल हनी बनी’ की कहानी ऐसी है, जिसका अनुमान आप आसानी से लगा लेते हैं। ऐसे में इसका आकर्षण थोड़ा कम है। लेकिन राज और डीके ने कई ऐसे ट्विस्ट डाले हैं, जो आपको चौंकाते भी हैं और मनोरंजन भी करते हैं। जैसे हनी अपने बीमार पिता के साथ बातचीत या फिर भेदिए की पहचान के खुलासे वाले सीक्वेंस मजेदार हैं।
शो का प्रोडक्शन डिजाइन बेहतरीन है। यह आपको 90 के दशक और 2000 के दशक की शुरुआत में लेकर जाता है। यहां नए जमाने के गैजेट्स और हाई-टेक गाड़ियां भले ना हो, लेकिन एक्शन सीक्वेंस पर्दे पर रोमांच को बनाए रखते हैं।
जासूसी की दुनिया में एक आम नागरिक का घुसना या यह कहें कि उसे इसमें धकेले जाने का प्लॉट इस फ्रेंचाइज में आगे बहुत कुछ होने की ओर इशारा करता है। लेकिन स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस से एक खतरनाक जासूस बनने की हनी की कहानी को थोड़ा और दिखाया जाना चाहिए था। ऐसा इसलिए कि इस मामले में हमें सिर्फ उसकी ट्रेनिंग देखने को मिलती है। जबकि उसकी नैतिक सोच उसे दूसरे जासूसों से अलग बनाती है। लिहाजा, अगर इस पर थोड़ा और जोर दिया जाता, तो मामला दिलचस्प हो सकता था।
वरुण धवन ने पूरी ईमानदारी से बेहतरीन काम किया है। वह बनी के एक बेहद वफादार और गुमराह किरदार मे चमक बिखेरते हैं। उनकी और सामंथा की जोड़ी में जोश है और दोनों साथ में शानदार स्टंट करते हैं। हां, पर्दे पर एक कपल के रूप में उनकी केमिस्ट्री में कमी रह जाती है। एक चालाक जासूस के रूप में के के मेनन ने जबरदस्त हैं। नन्ही नाडिया के रोल में चाइल्ड आर्टिस्ट काश्वी मजमुंदर बड़ी बहादुर, निडर, तेज और प्रभावशाली हैं। वह यकीनन फ्रैंचाइज में प्रियंका चोपड़ा की मुख्य भूमिका की नींव रखती हैं।
‘सिटाडेल: हनी बनी’ में दमदार एक्शन सीक्वेंस हैं। बेहतरीन कलाकार हैं। लेकिन प्लॉट और कहानी की गति जैसे कई मामलों में यह थोड़ी कमजोर पड़ जाती है। इसे स्पाय-थ्रिलर जॉनर की बेहतरीन सीरीज तो नहीं कह सकते, लेकिन एक्शन से प्यार है तो इसमें आपको बांधे रखने के लिए काफी कुछ है।