महाराष्ट्र में पहली बार विधायक बने 78 नेता, सना मलिक, ज्योति गायकवाड़, श्रीजया चव्हाण
मुंबई: महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में इस बार 78 यानी करीब 27 प्रतिशत ऐसे सदस्य शामिल होंगे, जो पहली बार विधायक बने हैं। विधानसभा के लिए पहली बार चुने गए 78 विधायकों में से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 33, शिवसेना के 14 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के आठ विधायक हैं। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे(यूबीटी) के 10 विधायक नए हैं, जबकि कांग्रेस से छह और एनसीपी-शरदचंद्र पवार(एसपी) से चार नए विधायक चुने गए हैं। छोटे दलों से भी दो विधायक ऐसे हैं जो पहली बार विधानसभा का हिस्सा होंगे, जबकि एक निर्दलीय विधायक भी सदन में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज कराएगा।
इस बार मुंबई की 36 सीट में से नौ सीट पर पहली बार चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों ने कब्जा किया है। इनमें शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार महेश सावंत और वरुण देसाई शामिल हैं। सावंत ने माहिम में मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे और मौजूदा शिवसेना विधायक सदा सरवणकर को हराया। देसाई ने ‘वांद्रे ईस्ट’ में एनसीपी के जीशान सिद्दीकी को हराया।
बोरीवली से जीतने वाले बीजेपी के संजय उपाध्याय, शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़कर ‘अंधेरी ईस्ट’ सीट जीतने वाले मुरजी पटेल, अणुशक्तिनगर से एनसीपी की सना मलिक, धारावी से कांग्रेस की ज्योति गायकवाड़ ऐसे नेताओं में शामिल हैं जो पहली बार विधायक बने है। कांग्रेस के पूर्व नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की पुत्री श्रीजया चव्हाण भोकर से विजयी होकर पहली बार विधायक बनीं। चव्हाण बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत महायुति गठबंधन ने हाल में हुए विधानसभा चुनावों में 288 सदस्यीय सदन में 230 सीट पर जीत दर्ज की और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को 46 सीट पर समेट दिया। चुनाव में बीजेपी ने 132 सीट, शिवसेना ने 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 41 सीट जीतीं। महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 20 सीट, कांग्रेस ने 16 और शरद पवार की एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीट पर जीत दर्ज की।