ससुराल पक्ष ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद HC में दाखिल की जमानत अर्जी
प्रयागराज: ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (एआई) इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया सहित चार लोगों ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है। याचिकाकर्ता के वकील ने यह जानकारी दी। बता दें कि गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता सिंघानिया समेत सभी आरोपियों ने अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की है।
याचिकाकर्ता के वकील ने बताया कि निकिता के अलावा अतुल सुभाष की सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग और सुशील सिंघानिया ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की है। अग्रिम जमानत अर्जी पर मंगलवार या बुधवार को सुनवाई हो सकती है। बता दें कि एआई इंजीनियर ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए नौ दिसंबर को बेंगलुरु में आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में निकिता, उनकी मां निशा और भाइयों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई अतुल और निकिता की 2019 में शादी हुई। भाई से पैसे ऐंठने की आड़ में निकिता पत्नी, निशा सास, अनुराग साला व सुशील चचेरा ससुर पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाए और अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव दिया। निकिता और उसके परिवार के सदस्यों ने हमारे भाई के खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज कराए और उन मामलों को बंद करने के लिए आरोपी तीन करोड़ रुपए की मांग कर रहे थे। मेरे भाई को अपने बच्चों को देखने और उससे मिलने के लिए 30 लाख रुपए की अतिरिक्त मांग की जा रही थी।
सुनवाई के दौरान अतुल के बयानों का उड़ाया गया मजाक
जौनपुर में अदालत की सुनवाई के दौरान भाई अतुल के बयानों का मजाक उड़ाकर उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया गया और कहा गया या तो अतुल को उन्हें तीन करोड रुपए देना चाहिए या आत्महत्या कर लेना चाहिए। आत्महत्या करने से पहले ऐसा कदम उठाने के अपने कारणों का खुलासा किया कि उसे चारों लोगों द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ति किया जा रहा था और जबरन वसूली की जा रही थी। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया। आरोपियों के घर नोटिस चस्पा किया नोटिस के साथ एफआईआर की कॉपी भी चस्पा की गई।