स्वास्थ्य

 खराब ओरल हेल्‍थ हो सकती है आपकी ‘डायब‍िटीज’ और हृदय रोग का कारण

जब भी कोई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम होती है, हम अक्‍सर उसके उपचार के लि‍ए डॉक्‍टरों का रुख करते हैं. लेकिन ओरल हेल्‍थ एक ऐसी चीज है, ज‍िसे अक्‍सर इग्‍नोर क‍िया जाता है. ये कहना है इंड‍ियन डेंटल असोस‍िएशन के प्रेस‍िडेंट, डॉ. राजीव के. चुघ का. उनका कहना है कि लेकिन हम अक्‍सर ये भूल जाते हैं कि यही ओरल हेल्‍थ से जुड़ी लापरवाही आगे चलकर हमें कई बड़ी बीमार‍ियों की चपेट में ला सकती है. न्यूज 18 के अमृत रत्न समारोह में शामिल हुए डॉ. राजीव चुघ ने बताया कि खराब ओरल हेल्‍थ कई मेड‍िकल कंडीशंस का कारण बन सकती है.

इंड‍ियन डेंटल असोस‍िएशन के प्रेस‍िडेंट, डॉ. राजीव के. चुघ ने ओरल हेल्‍थ के बारे में बात करते हुए कहा कि ओरल हेल्‍थ को बहुत कम लोग सीरियसली लेते हैं, जबकि हमें इसका ध्‍यान रखना चाहिए. उन्‍होंने आगे कहा कि भारत को ध्‍यान में रखते हुए बात करें तो 3 बीमारियां सबसे ज्यादा देखने में आती हैं, 1. दांतों में कीड़ा, 2. मसूड़ों की दिक्कत, 3. ओरल कैंसर. ओरल कैंसर के बारे में तो आप जानते ही हैं कि ये तंबाकू से जुड़ा है. लेकिन इसकी बाकी जो 2 बीमार‍ियां हैं, इन्‍हें आप रोक सकते हैं और इनका इलाज भी संभव है. आयुर्वेद की बात करें तो इसमें बहुत सारी चीजे हैं जो हमारी ओरल हाइजीन को सही रख सकते हैं. आयुर्वेद में कई सारी ऐसी चीजों का ज‍िक्र है, ज‍िनमें एंटी फंगल, एंटीबैक्‍टीरियल प्रोपर्टी हैं. जैसे दां में दर्द होने पर लॉन्‍ग का तेल लगाया जाता है.

डॉ. चुघ आगे कहते हैं, ‘पुराने जमाने में नीम के दातुन का बहुत ही इस्‍तेमाल होता था. वो काफी अहम है. नीम की एंटीसेप्‍ट‍िक वेल्‍यू आपको पता ही है. बबूल के भी काफी सारे फायदे हैं. ओरल केयर की ट‍िप्‍स पर बात करते हुए उन्‍होंने कहा, ‘ओरल हाईजीन का ध्‍यान रखने के लि‍ए आपको 3 चीजें जरूर करनी चाहिए. द‍िन में 2 बार ब्रश जरूर करें. एक बार फ्लॉस जरूर करें. 6 महीने में एक बार डेंट‍िस्‍ट को द‍िखाएं.’ वह आगे कहते हैं, ‘बहुत से लोग ये नहीं जानते कि शरीर में होने वाली बहुत सारी बीमार‍ियों की वजह आपकी खराब ओरल हेल्‍थ होती है. जैसे डायब‍िटीज, हार्ट ड‍िजीज, मह‍िलाओं में प्रीमेच्‍योर बर्थ जैसी परेशानी आपकी खराब ओरल हेल्‍थ की वजह से हो सकती है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपने मुंह की सफाई का ध्‍यान रखें.

ओरल हेल्थ को बनाए रखना न केवल दांतों और मसूड़ों के लिए बल्कि आपकी पूरी हेल्‍थ के लि‍ए जरूरी है.

ओरल हेल्थ के लिए क्या करें:

1. दांतों की नियमित सफाई: – दिन में कम से कम दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें. सही तरीके से ब्रश करें और जीभ को भी साफ करें।

2. फ्लॉसिंग करें: दांतों के बीच फंसे खाद्य कणों को निकालने के लिए रोज फ्लॉस का उपयोग करें.

3. माउथवॉश का उपयोग: बैक्टीरिया को मारने और सांस को ताजा रखने के लिए माउथवॉश का इस्तेमाल करें.

4. पानी ज्‍यादा पिएं: भोजन के बाद पानी से कुल्ला करना बैक्टीरिया और एसिड को हटाने में मदद करता है.

5. बैलेंस डाइट जरूरी: फलों, सब्जियों, डेयरी प्रोडक्ट्स और साबुत अनाज से भरपूर आहार लें. कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ दांतों के लिए फायदेमंद होते हैं.

6. डेंटिस्ट से नियमित चेकअप: हर छह महीने में डेंटिस्ट से दांतों की सफाई और जांच करवाएं.

ये हैं आपकी ओरल हेल्थ के सबसे बड़े दुश्‍मन :

1. मिठाई, चॉकलेट, और सोडा एसिड बनाते हैं जो दांतों की सतह को खराब कर सकते हैं.

2. तंबाकू के उत्पाद ओरल कैंसर, मसूड़ों की बीमारियों और दांतों की सफेदी को नुकसान पहुंचाते हैं.

3. ये दांतों पर दाग छोड़ सकते हैं और इनेमल को कमजोर कर सकते हैं.

4. हार्ड कैंडी या बर्फ चबाना, इससे दांतों में दरारें आ सकती हैं या दांत टूट सकते हैं.

5. नींबू, सिरका, और अन्य एसिडिक चीजें इनेमल को नुकसान पहुंचाती हैं. इन्‍हें भी ध्‍यान रखना चाहिए.

6. ब्रश न करना: सोने से पहले ब्रश न करने से बैक्टीरिया सक्रिय रहते हैं, जिससे कैविटी होती है.

इन आसान आदतों को अपनाकर और नुकसानदायक चीजों से बचकर आप अपनी ओरल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं.

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